Search Engine Kya Hai? | Brief Guide to Search Engine 2023

Search engines internet पर मौजूद दुनिया की हर प्रकार की information का access है। Google इसका एक प्रमुख उदाहरण है। इस article में मैं आपको बताऊंगा कि search engine kya hai?

 

आपको यह तो पता ही होगा कि इसे आपकी उन problems को solve कर के लिए बनाया गया है जिन्हे आप internet पर search करते है और ज्यादातर situations में आपको आपकी query का solution मिल ही जाता है। 

 

लेकिन क्या कभी आपने यह सोचा कि Search engines आपकी query से related information आपसे कैसे साझा करते है? क्या आपने कभी यह सोचा है कि  Google जैसे search engines आखिर काम कैसे करते है? इस article में हम search engine से जुडी हर चीज़ के बारे में जानने वाले है, तो सबसे पहले जानते है कि search engine kya hai?

 

search engine kya hai

 

Search engine kya hai?

 

यह एक program होता है जो किसी database में उन वस्तुओं को खोजता है और पहचानता है जो उसके users के लिए उपयोगी होती है और मुख्यतः यह world wide web पर websites को खोजने के लिए प्रयोग किया जाता है।

 

Search engine algorithms के जरिये काम करते है जिससे यह internet पर अरबों websites को खोजता है, उन्हें categorize करता है और उनकी quality और relevancy के आधार पर web pages को rank करता है। यह काफी complex process है लेकिन इसके बावजूद भी यह हमें हमारी search query के अनुसार सटीक information देकर हमें संतुष्ट करता है। 

 

हमारी query के solution के लिए search engines कुछ ranking factors का सहारा लेकर हमें information प्रदान करते है। ये ranking factors उच्च भी हो सकते है जैसे website पर content की quality, relevancy, site speed, metadata आदि। 

 

Search Engines इन सभी ranking factors को calculate करते है और इनके आधार पर ये web pages को rank करते है ताकि उसके user तक उसकी query से related information पहुँचाई जा सके। 

 

तो चलिए पता लगते है कि Google search engine कैसे काम करता है और यह जानना हमारे लिए क्यों जरूरी है?

 

Google search engine कैसे काम करता है?

 

google search engine

 

Google हमेशा user को उसकी search query से related valuable information उसे देता है और यह करने के लिए google तीन steps के जरिये करता है जो Crawling, indexing और ranking है। User के द्वारा perform की गई प्रत्येक search query के लिए google इन्ही steps को follow करता है। चलिए इन तीनो steps को अब detail में जानते है। 


Crawling -

 

Search engine में कई computer programs  होते हैं जिन्हें web crawlers कहा जाता है, जो internet पर publicly available information को खोजने का काम करते है। आपके लिए यह जानना काफी है कि इन crawlers (search engine spiders) का काम, internet को scan करना और webservers और websites की खोज करना है।

 

वे crawl करने के लिए सभी webservers और उन servers द्वारा host की गई websites की एक list बनाते हैं और फिर काम शुरू करते हैं।

 

search engine crawlers

 

 

वे प्रत्येक website पर जाते हैं और अलग अलग तरीको का उपयोग करके, यह पता लगाने की कोशिश करते हैं कि उनके पास कितने webpages और content है चाहे वह text हो, images हो या फिर कोई ओर file format हो। 

 

किसी website पर जाते समय, वे webpages की संख्या पर ध्यान देने के अलावा वे किसी भी link को analyze करते हैं (चाहे वह link internal हो या external) और इस प्रकार वे अधिक से अधिक webpages की खोज करते हैं।

 

वे ऐसा लगातार करते हैं और वे एक website में किए गए changes पर भी नज़र रखते हैं ताकि उन्हें पता रहे कि नए webpages और links भी create और delete किये जा रहे है। 

 

इस बात को ध्यान दे कि आज इंटरनेट पर 130 trillion से भी ज्यादा webpages  हैं और लगभग हजारों नए pages रोजाना publish किये जाते है, तो आप सोच सकते हैं कि यह कितना मुश्किल काम है।

 

Indexing -

 

search engine indexing

 

Search engine अपने user को information provide करने से पहले उसे इकट्ठा करते है, organize करते है और उसे store करते है। इस process को indexing कहा जाता है। 

 

Search engines किसी webpage पर पाई गई सारी information को store नहीं करते बल्कि वे ये सभी चीज़े store करते है कि एक particular webpage को कब बनाया गया था, उस webpage का title और description क्या है, content किस प्रकार का है, उससे related keywords कौन से है, incomingऔर outgoing links, और दूसरी ओर कई चीज़े जिनकी search engine algorithm को जरूरत होती है। 

 

Ranking -

 

search engine rankings

 

इस process में तीसरा और आखिरी चरण search engine के लिए यह तय करना है कि किन webpages को SERPs में दिखाए जाएं और जब कोई user अपनी query search करे तो उसे कौन से number पर वह webpage दिखना चाहिए। यह search engine ranking algorithm के माध्यम से हासिल किया जाता है।

 

दूसरे शब्दों में, ये  software के टुकड़े होते हैं जिनमें कई नियम होते हैं जो यह analyze करते हैं कि user क्या खोज रहा है और किस जानकारी को user को provide करना है।

 

Ranking इस आधार पर की जाती है कि search engines को indexing process में webpages की कौन कौन सी और क्या information मिली है। Search engines यह काम बहुत कम समय में करते है और Google तो 1 second से भी कम समय में अपने user को information provide कर देता है। 

 

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Conclusion -

 

Search engines बहुत complex computer program बन गए हैं। उनका interface सरल हो सकता है लेकिन वे जिस तरह से काम करते हैं और decisions लेते हैं वह सरल से बहुत दूर है।

 

यह process crawling और indexing से शुरू होती है। इस step के दौरान, search engines crawlers उन सभी websites के लिए अधिक से अधिक जानकारी इकट्ठा करते हैं जो internet पर publicly available हैं।

 

वे इन जानकारियों को store करते है analyze करते है और search engine ranking algorithms की मदद से यह decide करते है कि कौन सा webpage SERPs में किस position पर होना चाहिए। 

 

आपको Search engine के काम करने के तरीके के बारे में यह जानना ही काफी है। इस article में provide की गयी information अगर आपको useful लगे तो आप इसे share कर सकते है और यदि आप इस article से related कोई सुझाव हमें देना चाहते है तो आप comments में दे सकते है। 

 

 


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