कमर दर्द का झट से इलाज करने और शरीर का वजन काफी जल्दी कम करने के लिए धनुरासन हठयोग के सबसे मुख्य आसनों में से एक माना जाता है। इसके नियमित अभ्यास से ही शरीर में चर्बी को आसानी से कम किया जा सकता है।
यह आसन इतना सरल और साधारण नहीं है और 30 से ऊपर की उम्र वाले व्यक्तियों को इसका अभ्यास करने में दिक्कत हो सकती है। लेकिन अगर आप इसकी विधि को जान लेते है तो आपके लिए इसका अभ्यास करना भी आसान हो जायेगा।
इस article में हम जानेंगे कि धनुरासन क्या है, इसके कैसे किया जाता है, इसके क्या क्या फायदे है और आपको क्यों इसे अपनी दैनिक योगचर्या का हिस्सा बनाना चाहिए?
धनुरासन -
धनुरासन संस्कृत के दो शब्दो से मिलकर बना है, धनुर जिसका अर्थ है "धनुष" और आसन जिसका अर्थ है "मुद्रा"। इस आसन में शरीर की मुद्रा धनुष के समान लगती है। यह पेट के बल लेटकर किये जाने वाले आसनो में से एक है जिसका आपके स्वास्थ्य के ऊपर बहुत ही सकारात्मक प्रभाव पड़ता है।
क्योंकि यह पेट के बल लेटकर किया जाता है तो बुजुर्गो, महिलाओ और 30 से ज्यादा की उम्र वाले व्यक्तियों के लिए यह थोड़ा मुश्किल हो सकता है और चोट का भी भय रहता है। इसे सही से करने के लिए आपको पहले दुसरे योगासनों का अभ्यास नियमित रूप से करना जरूरी है, तब जाकर आप इसके फायदे से लाभ उठा सकते है।
धनुरासन के फायदे -
- धनुरासन प्रभावशाली तरीके से वजन घटाने और शारीरिक चर्बी कम करने में सहायक है।
- यह डाईबीटीज़ और शुगर से लड़ने में काफी मदद करता है।
- इसके नियमित अभ्यास से आप कमर दर्द से छुटकारा पा सकते है।
- ये आपकी रीढ़, कंधो, अस्थि पिंजर तथा जोड़ो को भी मजबूत बनाता है।
- धनुरासन थाइरॉइड और अस्थमा जैसे रोगो से लड़ने में भी सहायक है।
- पूरे शरीर में खिंचाव उत्पन्न करता है और मांसपेशियों को भी मजबूत बनाता है।
- शरीर में रक्त संचार का संतुलन बनाए रखता है।
- इस आसन का दैनिक अभ्यास ह्रदय और फेफड़ो को भी जवान बनाये रखता है।
धनुरासन करने की विधि -
- सबसे पहले पेट के बल सामान्य अवस्था में लेट जाए।
- इसके पश्चात श्वास छोड़कर अपने घुटनो को मोड़कर अपने हाथो द्वारा अपने पैरो को पकड़े।
- अब सांस लेते हुए अपने सिर, पैर, छाती और निचले शरीर को ऊपर की ओर उठाये।
- ध्यान रहे, आप जितना आसानी से उठा सकते है, उतना ही उठाये। ज्यादा खिंचाव पर शरीर में चोट लग सकती है।
- सारे शरीर का वजन अपने पेट पर नियंत्रित करने की कोशिश करते रहे।
- अब धीरे धीरे श्वास छोड़कर वापस सामान्य अवस्था में आ जाएँ।
- कुछ समय इस मुद्रा में रहने के बाद दूसरे चक्र में पैरो के बीच की जगह कम करें।
- 10 से 15 seconds तक मुद्रा में रहे और फिर दूसरा चक्र शुरू करे। इसकी समय सीमा बढ़ाते रहे और इसके 2 से 3 चक्र ही काफी है।
सावधानियां -
- हर्निया से पीड़ित लोग इस आसन को न करे।
- गर्भवती महिलाएं इस आसन को न करे।
- कमर दर्द और पेट दर्द की स्थिति में इस आसन को न करे।
- इस आसन को योग मैट बिछाकर ही करे।
- उच्च रक्तचाप की स्थिति में इस आसन को न करे।
Frequently Asked Questions -
धनुरासन क्या है?
धनुरासन संस्कृत के दो शब्दो से मिलकर बना है, धनुर जिसका अर्थ है "धनुष" और आसन जिसका अर्थ है "मुद्रा"। इस आसन में शरीर की मुद्रा धनुष के समान लगती है। यह पेट के बल लेटकर किये जाने वाले आसनो में से एक है जिसका आपके स्वास्थ्य के ऊपर बहुत ही सकारात्मक प्रभाव पड़ता है।
धनुरासन कैसे किया जाता है?
सबसे पहले पेट के बल सामान्य अवस्था में लेट जाए। इसके पश्चात श्वास छोड़कर अपने घुटनो को मोड़कर अपने हाथो द्वारा अपने पैरो को पकड़े। अब सांस लेते हुए अपने सिर, पैर, छाती और निचले शरीर को ऊपर की ओर उठाये। सारे शरीर का वजन अपने पेट पर नियंत्रित करने की कोशिश करते रहे।
धनुरासन के क्या क्या फायदे है?
ये कुछ धनुरासन के रोजाना अभ्यास से मिलने वाले फायदे है।
- इसके नियमित अभ्यास से आप कमर दर्द से छुटकारा पा सकते है।
- ये आपकी रीढ़, कंधो, अस्थि पिंजर तथा जोड़ो को भी मजबूत बनाता है।
- धनुरासन थाइरॉइड और अस्थमा जैसे रोगो से लड़ने में भी सहायक है।
- पूरे शरीर में खिंचाव उत्पन्न करता है और मांसपेशियों को भी मजबूत बनाता है।
बाकि फायदों के बारे में जानने के लिए पूरा article पढ़े।
धनुरासन को कब और कितने समय तक किया जाना चाहिए?
इस आसन का अभ्यास करने का उचित समय सुबह सुबह खाली पेट का होता है। इस आसन को खाने के 2 से 3 घंटे बाद ही करना चाहिए। इस आसन को 20 से 30 seconds मुद्रा में और 2 से 3 चक्र ही काफी है।
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निष्कर्ष -
यह आसन हठयोग के उन आसनों में से एक है जिसके प्रभाव शरीर पर काफी कम समय में दिख जाते है। अगर आप जल्द ही वजन कम करना चाहते है तो यह आस आपके लिए रामबाण सिद्ध हो सकता है।
इसके ज्यादातर फायदे कमर और पीठ तक ही सीमित है लेकिन फिर भी यह हठयोग के महत्वपूर्ण आसनो में से एक है। इसलिए इस आसन को आपको अपनी योगचर्या का हिस्सा जरूर बनाना चाहिए।
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