भारतीय लोग प्रायः हल्दी का प्रयोग एक मसाले के रूप में करते है। लेकिन हल्दी एक ऐसी सामग्री है, जिसके पुरे फायदों को अगर कोई व्यक्ति जान लेता है तो वह अपना पूरा जीवन स्वस्थ शरीर के साथ जी सकता है।
हालंकि बहुत से लोग शारीरिक कमजोरी या शरीर में किसी प्रकार की चोट को ठीक करने और घाव को जल्दी भरने के लिए हल्दी वाले दूध का प्रयोग करते है। लेकिन इसके अलावा लोग हल्दी का उपयोग किसी ओर चीज़ या कार्य में शायद ही करते हो।
ऐसा इसलिए है, क्योकि लोग इसके फायदों से अनजान है। इस आर्टिकल में मैं आपको हल्दी से जुड़े हर एक तथ्य के बारे में बताऊंगा।हम जानेंगे कि हल्दी क्या है? इसके क्या क्या फायदे और नुकसान है? इसका उपयोग कैसे किया जाता है? इसका सेवन किन किन लोगो को करना चाहिए और किन किन लोगो को नहीं करना चाहिए?
हल्दी क्या है? | What is Turmeric?
यह एक ऐसी जड़ी बूटी है जिसका प्रयोग आमतौर पर मसालों के रूप में किया जाता है। इसका पौधा 4 से 5 फ़ीट का होता है, जिसकी जड़े अदरक की तरह होती है। इन्ही जड़ो से हल्दी की उत्पत्ति होती है। इसकी जड़ो को सुखाकर हल्दी का मसाला तैयार किया जाता है।
आयुर्वेद में हल्दी को 'हरिद्रा' भी कहा जाता है। इसका वैज्ञानिक नाम Curcuma longa है। अंग्रेजी में हल्दी को turmeric भी कहते है। भारत के अलग अलग राज्यों में हल्द की कई प्रजातियां या प्रकार पाए जाते है, जो मुख्यतः इस प्रकार है।
- LakadongMeghalaya
- AlleppeyKerela
- MadrasTamil Nadu
- RajaporeMaharashtra
- SangliMaharashtra
- Erode Tamil Nadu
- Nizamabad bulb Telangana
हल्दी के पौष्टिक तत्व | Nutritional Elements of Turmeric
हल्दी में एंटीइन्फ्लेमेटरी, एंटीऑक्सीडेंट, एंटीट्यूमर, एंटीसेप्टिक, और एंटीवायरल गुण मौजूद होते है। इसके साथ इसमें कार्डियोप्रोटेक्टिव, नेफ्रोप्रोटेक्टिव और हेपटोप्रोटेक्टिव गुण भी शामिल होते है जो शरीर के आंतरिक अंगो हृदय, पाचन अंगो स्वसन अंगो, और लीवर को सवस्थ बनाये रखते है।
यह सभी गुण हल्दी को इसमें मौजूद पोषक तत्वों के कारण प्राप्त होते है। इसमें पाए जाने वाले पोषक तत्वों के नाम और मात्रा इस प्रकार है।
हल्दी के औषधीय गुण | Medicinal Properties of Turmeric
- हल्दी में एंटीइन्फ्लेमेटरी और एंटीऑक्सीडेंट गुण पाए जाते है जो शरीर को रोगो बचाये रखने का काम करते है।
- हल्दी में एंटीसेप्टिक और एंटीबायोटिक गुणों की भरमार होती है, जो किसी प्रकार की चोट को ठीक करने और घाव को जल्दी भरने का काम करते है।
- गर्म दूध में आधा चम्मच हल्दी मिलाकर पीने से शारीरिक कमजोर दूर होती है और शरीर सुडौल और मजबूत बनता है।
- हल्दी में कई एंटीट्यूमर गुण भी पाए जाते है जो कैंसर जैसे रोगो से शरीर का बचाव करते है।
- हल्दी का सेवन पाचन शक्ति में वृद्धि करता है। इसलिए हल्दी का मसाले के रूप में भी सेवन किया जाता है।
- हल्दी में मौजूद एंटीसेप्टिक और एंटीबेक्टेरियल गुण त्वचा को साफ़ और जवान बनाये रखते है और त्वचा सम्बन्धी रोगो को शरीर से दूर रखते है।
- इसका नियमित सेवन रक्त को साफ़ करने के साथ रक्त संचार का संतुलन भी बनाए रखता है।
- यह मधुमेह और अल्जाइमर जैसे रोगो में आराम का काम करती है।
- इसके सेवन से हृदय, स्वसन अंग और पाचन अंगो की कार्यप्रणाली भी बेहतर बनी रहती है।
- हल्दी के सेवन से रोग प्रतिरोधक क्षमता का विकास होता है।
हल्दी के फायदे | Turmeric Benefits in Hindi
भारत में हल्दी का प्रयोग प्राचीन काल से होता आ रहा है। भारतीय लोग बहुत पहले से ही जानते थे कि यह कितनी गुणकारी और औषधीय गुणों से युक्त होती है। इसलिए इसका इस्तेमाल भारतीय खान पान और आयुर्वेद में औषदि के के रूप में ज्यादातर किया जाता है।
लेकिन बहुत से लोग अभी भी इसके फायदों से अनजान है, इसलिए हम आगे हल्दी के फायदों के बारे में बात करने वाले है।
1. हल्दी हर प्रकार की चोट और घाव को भरने में सहायक है।
ऐसा आप के साथ भी हुआ होगा कि आपको थोड़ी चोट लगी होगी और घर के किसी बड़े व्यक्ति ने आपको दूध में हल्दी मिलाकर पीने को कहा होगा। ऐसा इसलिए क्योकि हल्दी में मौजूद एंटीसेप्टिक और एन्टीबैक्टीरियल गुण शरीर में किसी भी प्रकार की चोट को जल्दी ठीक करने में सहायक होती है।
शरीर पर बाहरी सामान्य चोट के लिए बहुत से लोग हल्दी का लेप लगाते है, जिससे उनके घाव बहुत ही जल्दी भर जाते है। चोट बाहरी हो या आंतरिक, हल्दी के दूध का इस्तेमाल दोनों प्रकार की चोट या घाव को भरने के लिए किया जाता है।
2. यह शरीर को सुडौल और मजबूत बनाती है।
हल्दी के दूध का नियमित सेवन शारीरिक कमजोरी को दूर करने में सहायक है। बहुत से लोग हल्दी दूध का प्रयोग शरीर को मजबूत बनाने के लिए करते है।
दूध में हल्दी मिलाकर पीने से यह शरीर में testosterone level को increase करता है, जिससे शरीर की हड्डियां और माश्पेशिया विकसित होती है। हल्दी शरीर calcium की कमी को भी पूरा करती है। इससे शरीर जल्दी सुडौल और ताकतवर बनता है। इसका अत्यधिक लाभ उठाने के लिए आप दूध में अश्वगंधा चूर्ण के साथ आधा चम्मच हल्दी मिलाकर 2 से 3 हफ्तों तक लगातार सेवन करे।
3. इसका सेवन cancer पर रोकथाम का काम करता है।
वैज्ञानिको के शोध में यह पता चला है कि हल्दी में cancer के cells को ख़तम करने और उन पर रोकथाम लगाने वाले antitumor गुण विद्यमान होते है। यह cancer रोगियों के लिए राहत का भी काम करती है। वैज्ञानिको के अनुसार यह prostate cancer, lungs cancer और breast cancer पर रोकथाम का काम करती है।
लेकिन cancer से पीड़ित होने पर आपको हल्दी का किसी भी प्रकार से इस्तेमाल करने से पहले doctor से सलाह जरूर करनी चाहिए।
4. यह पाचन शक्ति में वृद्धि का काम करती है।
हल्दी का सेवन पाचन शक्ति में वृद्धि करने में सहायक होता है। इसका खाने में इस्तेमाल करने से शरीर में खाना आसानी से पच जाता है। शायद इसलिए भारत में हल्दी का प्रयोग सदियों से खाना बनाने के लिए भी किया जाता है।
5. यह रोग प्रति रोधक क्षमता का विकास करती है।
इसमें तो कोई शक नहीं है कि यह हमारी रोग प्रतिरोधक क्षमता में भी वृद्धि करती है। दरअसल हल्दी anti-inflammatory और antioxidant गुणों से युक्त होती है, जो शरीर से toxins बाहर निकालने के साथ साथ रोग प्रति रोधक क्षमता में भी वृद्धि करते है। हल्दी में मौजूद antiviral गुण सामान्य तौर पर होने वाले रू जैसे खासी, जुकाम और बुखार से बचाव का काम करती है।
वैज्ञानिको के शोध के जरिये यह पता चला है कि जो लोग हल्दी का खाने में मसाले के रूप प्रयोग करते है, उनकी immunity हल्दी का किसी भी प्रकार से सेवन न करने वालो से बेहतर होती है।
अब इस फायदे के बारे में जानने के बाद आप खाने में हल्दी का मात्रा बढ़ा मत दीजिये, इससे आपका पाचन भी ख़राब हो सकता है। लेकिन आप हल्दी दूध का सेवन जरूर कर सकते है।
6. यह त्वचा के लिए फायदेमंद होती है।
आयुर्वेद के अनुसार हल्दी त्वचा के लिए अत्यंत लाभकारी होती है। इसका इस्तेमाल त्वचा संबधी रोगो को दूर करने के लिए भी किया जाता है। हल्दी में एन्टीबैक्टेरिअल और एंटीसेप्टिक गुण मौजूद होने के कारण शरीर में त्वचा सम्बन्धी रोग नहीं होते और साथ ही कील, मुहासे, फोड़े और फुंसियो से भी छुटकारा मिलता है।
आप हल्दी और बेसन का लेप बनाकर भी अपने चेहरे पर लगा सकती है। इससे आपके चेहरा साफ़ होता है और झुर्रियां भी नहीं पड़ती।
7. हल्दी बालो के लिए लाभकारी होती है।
हल्दी बालो के लिए भी फायदेमद होती है। आप हल्दी को किसी तेल मिलाकर सिर की मालिश कर सकते है। इससे आपके बालो को मजबूती परैत होगी और बालोग की गुणवत्ता में भी सुधार होगा। साथ ही आपको dandruff की समस्या से भी छुटकारा मिलेगा।
8. यह मधुमेह में राहत का काम करती है।
हल्दी का सेवन मधुमेह के रोगियों के लाभकारी होता है। इससे उन्हें blood में शुगर लेवल कम करने मदद मिलती है, जिससे कि मधुमेह के रोगी का स्वास्थ्य बेहतर बनता है।
एक शोध के जरिये यह देखा गया है कि जो लोग हल्दी का दूध के साथ सेवन नियमित रूप से करते है, उन लोगो में हल्दी का सेवन न करने वालो की बजाय 30% तक type 2 diabetes का खतरा कम होता है।
9. यह उच्च रक्तचाप को कम करने में सहायक है।
जो लोग high blood pressure से पीड़ित है, उन लोगो को भी हल्दी का उपयोग अपने आहार में करना चाहिए। यह उन्हें रक्तचाप का संतुलन बनाये रखने में मदद करता है। एक शोध के अनुसार पता लगाया गया है कि जो लोग हल्दी वाल भोजन करते है, उनकी रक्तचाप हल्दी का सेवन न करने वालो की अपेक्षा संतुलन में रहती है।
10. यह शारीरिक दर्द और थकान को दूर करने में सहायक है।
हल्दी को दूध में मिलाकर पीने से यह शारीरिक दर्द को दूर करती है और शारीरिक थकान में राहत का काम करती है। इसे दूध मिलाकर पीने से शरीर का stamina भी बढ़ता है।
हल्दी के नुकसान | Side effects of Turmeric in Hindi
हल्दी को अत्यधिक मात्रा में भोजन में इस्तेमाल करने पर यह पाचन संबधी समस्या उत्पन्न कर सकती है।
अगर शरीर में गहरी चोट है, तो हल्दी का लेप लगाने से पहले doctor से परामर्श जरूर ले।
हल्दी का उपयोग कैसे करे? | How to use Turmeric
- भारत में हल्दी का मसाले के रूप में प्रयोग होता है, इसके अलावा पूजा और तरह तरह के महोत्सव पर भी हल्दी का इस्तेमाल होता है। कहने का मतब यह है कि भारत में हल्दी का बहुत ही महत्व है, जो बहुत से लोग समझ नहीं पाते है।
- लोग इसके सेवन करने के साथ साथ इसका औषधि में और तरह तरह के विधि विधान में भी प्रयोग करते है।
- अगर आप हल्दी का प्रयोग किसी शारीरिक बिमारी या फायदे के लिए करना चाहते है तो आप बेझिझक कर सकते है। आपको बस हल्दी की मात्रा का ध्यान करना आवश्यक है।
- खाना पकाने के लिए में आमतौर पर आधा चम्मच हल्दी का प्रयोग किया जाता है। आप भी आधा चम्मच से ज्यादा इसका प्रयोग न करे। दूध में भी आधा चम्मच हल्दी ही गुणकारी होती है। इससे ज्यादा मात्रा में लेने से पाचन संबधी और जी मिचलाने जैसी समस्या हो सकती है।
- शरीर पर तथा चेहरे पर लगाने वाला लेप बनाने में भी 2 से 3 चम्मच हल्दी powder का प्रयोग किया जाता है।
- कच्ची हल्दी का प्रयोग आयुर्वेदिक औषधि बनाने के लिए किया जाता है, जिसके लिए आपको पहले बहुत सी बातो का पता होना आवशयक है। इसलिए आप कच्ची हल्दी का इस्तेमाल किसी भी प्रकार से न करे।
Frequently Asked Questions
हल्दी दूध पीने से क्या होता है?
दूध में हल्दी मिलाकर पीने से यह शरीर में testosterone level को increase करता है, जिससे शरीर की हड्डियां और माश्पेशिया विकसित होती है। हल्दी के दूध का नियमित सेवन शारीरिक कमजोरी को दूर करने में सहायक है।
हल्दी चेहरे पर लगाना कितना फायदेमंद होता है?
हल्दी में एन्टीबैक्टेरिअल और एंटीसेप्टिक गुण मौजूद होने के कारण शरीर में त्वचा सम्बन्धी रोग नहीं होते और साथ ही कील, मुहासे, फोड़े और फुंसियो से भी छुटकारा मिलता है।
हल्दी का प्रयोग खाने में क्यों किया जाता है?
हल्दी का सेवन पाचन शक्ति में वृद्धि करने में सहायक होता है। इसका खाने में इस्तेमाल करने से शरीर में खाना आसानी से पच जाता है। शायद इसलिए भारत में हल्दी का प्रयोग सदियों से खाना बनाने के लिए भी किया जाता है।
हल्दी में कौन कौन से औषधीय गुण विद्यमान है?
हल्दी में एंटीइन्फ्लेमेटरी, एंटीट्यूमर, एंटीसेप्टिक, और एंटीवायरल गुण मौजूद होते है। इसके साथ इसमें कार्डियोप्रोटेक्टिव और हेपटोप्रोटेक्टिव गुण भी शामिल होते है जो हृदय, पाचन अंगो स्वसन अंगो, और लीवर को सवस्थ बनाये रखते है।
निष्कर्ष -
हल्दी एक सामान्य तौर पर की जाने वाली वास्तु है जो भारत के हर घर में उपलब्ध होती है। यह बहुत से औषधीय गुणों से भरपूर होती है, जिसका इस्तेमाल करके हम बहुत से रोगो और अन्य समस्याओ से छुटकारा पा सकते है।
आप भी हल्दी के न चमतकारी फायदों के बारे में जानकार इसका इस्तेमाल अपने दैनिक जीवन में कर सकते है।
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