बहुत से वैज्ञानिको ने और डॉक्टरों ने Olive oil यानी जैतून का तेल सेहत के लिए लाभकारी बताया है। इसका नियमित सेवन पाचन शक्ति में वृद्धि और त्वचा को जवान बनाए रखने में सहायक है। साथ ही यह यह अनेक औषधीय गुणों से भी युक्त है।
इस आर्टिकल में Olive oil in hindi में जानेंगे कि olive oil क्या है, इसके कैसे उपयोग किया जाता है, इसमें कौन कौन से औषधीय गुण विद्यमान है, इसके क्या क्या फायदे है और आपको इसका नियमित सेवन क्यों करना चाहिए?
जैतून का तेल क्या है? | Olive oil in hindi -
Olive यानि जैतून एक प्रकार का सदाबहार पेड़ होता है जो 12 से 18 मीटर लम्बा होता है। इसकी शाखाएँ पतली तथा छाल भूरे रंग की होती है। इसके ऊपर हरे और पीले रंग के खुसबूदार फूल उगते है और इसके पत्ते अमरुद के पेड़ के पत्ते के समान हरे और आगे से थोड़े नुकीले होते है।
इसके ऊपर बैंगनी रंग के फल भी लगते है, जिन्हे सब्जी बनाने के लिए भी प्रयोग किया जाता है। ये फल अप्रैल से अक्टूबर के महीने के बीच लगते है। इन्ही फलो का उपयोग तेल निकालने के लिए किया जाता है, जो कि हल्का भूरा और सुनहरे रंग का होता है।
इस तेल को जैतून का तेल यानि olive oil कहा जाता है। इस तेल का प्रयोग मुख्यतः खाना बनाने और कुछ विशेष प्रकार की recipes और dishes में किया जाता है।
हालांकि कई जगह इसका प्रयोग शारीरिक मसाज या इलाज में किया जाता है। इसके नियमित रूप से इस्तेमाल करने पर शरीर की कई स्वास्थ्य समस्याओं को दूर किया जा सकता है।
जैतून के तेल में पाए जाने वाले पोषक तत्व -
इस तेल में कुछ ऐसे पोषक तत्व पाए जाते हैं, जो कि कैंसर जैसे रोगो से लड़ने में सहायक है। इसमें मुख्य रूप से विटामिन ए, डी, ई और के (Vitamin A, D, E and K) आयरन, ओमेगा-3 फैटी एसिड, मिनरल और कई प्रकार के एंटीऑक्सीडेंट भी पाए जाते है।
इसमें एंटीऑक्सीडेंट्स जैसे कि पालीफेनोल, सायटोस्टेरोल, टायरोसोल, ओलियोकैंथोल आदि भी पाए जाते है, जो कि कई प्रकार के कैंसर से लड़ने में सहायता करते है।
जैतून के तेल के प्रकार | Types of Olive Oil in hindi -
ऑलिव ऑयल मुख्यतः चार प्रकार के होते हैं, जिनमें एक्स्ट्रा वर्जिन ऑलिव ऑयल, वर्जिन ऑलिव ऑयल, रिफाइंड ऑलिव ऑयल और पोमेस ऑलिव ऑयल शामिल हैं। चलिए इन सभी के बारे में थोड़ा गहराई से जानते है।
1. एक्स्ट्रा वर्जिन ऑलिव ऑयल | Extra Virgin Olive Oil -
यह 100 प्रतिशत शुद्ध जैतून का तेल होता है जिसे मुख्यतः सलाद के ऊपर सर्व किया जाता है। इसका प्रयोग सब्जी बनाने के लिए नहीं किया जाता, क्योंकि इसका boiling point काफी कम होता है और यह सब्जियों के पोषक तत्वों को खत्म कर देता है।
2. वर्जिन ऑलिव ऑयल | Virgin Olive Oil -
वर्जिन ऑलिव ऑयल प्रयोग धीमी आंच पर किया जा सकता है। इसका boiling point एक्स्ट्रा वर्जिन ऑलिव ऑयल से थोड़ा ज्यादा होता है, जिस कारण धीमी आंच पर यह अच्छे से सब्जियां पकाई जा सकती है।
3. रिफाइंड ऑलिव ऑयल | Refined Olive Oil -
इसमें एक्स्ट्रा वर्जिन और वर्जिन ऑलिव ऑयल की तुलना में कुछ कम मिनरल्स और विटामिन होते हैं। यह एक्स्ट्रा वर्जिन ऑलिव ऑयल और वर्जिन ऑलिव ऑयल की तुलना में काफी सस्ता होता है और इसे भी कुकिंग के लिए अच्छा माना जाता है।
4. पोमेस ऑलिव ऑयल | Pomace Olive Oil -
यह रिफाइंड ऑलिव ऑयल की तरह ही सस्ता होता है जिसका प्रयोग खाना पकाने और अन्य कार्यों के लिए किया जाता है। इसमें उपयुक्त तीनों तेलों की तुलना सबसे कम पोषक तत्व होते है। इसका प्रयोग न के बराबर ही करना चाहिए।
ऑलिव ऑयल का सेवन कैसे करे। | How to consume olive oil? -
निश्चित रूप से ऑलिव ऑयल के नियमित सेवन अनेको स्वास्थ्य समस्याओं से छुटकारा पाया जा सकता है और अपने स्वास्थ्य को भी बेहतर बनाया जा सकता है।
लेकिन इसके सेवन का ज्यादा लाभ आप तभी प्राप्त कर सकते है, जब आप उचित मात्रा में इसका सेवन करें। खाने में ऑलिव ऑयल का प्रयोग आप ऊपर से 20 से 40 मिलीग्राम तक कर सकते है। वर्जिन ऑलिव ऑयल का प्रयोग आप धीमी आंच पर खाना पकाने के लिए कर सकते है।
ऑलिव ऑयल का इस्तेमाल शरीर पर मसाज के लिए भी किया जाता है। आप कमर दर्द या जोड़ो में दर्द के लिए इसे दुसरे तेलों जैसे नारियल तेल और सरसो के तेल के साथ मिलाकर प्रयोग कर सकते है।
त्वचा पर इसका प्रयोग त्वचा को ˈमॉइस्चराइज़् करने और जवान बनाये रखने में मदद करता है।
ऑलिव ऑयल के फायदे | Olive Oil Benefits in Hindi -
ऑलिव ऑयल का नियमित सेवन प्रत्येक उम्र के व्यक्ति के लिए लाभकारी है। जैसा कि मैंने बताया इसमें कि कैंसर से लड़ने वाले विशेष प्रकार के एंटीऑक्सीडेंट्स की अधिकता है और साथ ही उचित मात्रा में विटामिन ए, इ, डी और के भी पाए जाते है, जो शरीर को फायदे देते है।
इसके फायदों के बारे में गहराई से जानते है।
1. इसका नियमित सेवन पाचन शक्ति में वृद्धि करता है।
जैतून के तेल का नियमित सेवन पाचन शक्ति में वृद्धि करता है। इसमें भोजन को जल्दी पचने वाले कई पोषक तत्व शामिल है और ये पोषक तत्व पाचन अंगों को भी मजबूती प्रदान करते है।
जैतून का तेल पेट में भोजन पचाने वाले रसायन को जल्दी बनने में सहायता करता है, जिस कारण पेट में भोजन जल्दी पच जाता है। यह कब्ज और गैस की समस्याओ को भी दूर करता है।
2. यह त्वचा को मॉइस्चराइज़् और जवान बनाये रखता है।
इसमें मौजूद कई एंटीऑक्सीडेंट्स और विटामिन्स त्वचा को मॉइस्चर प्रदान करते है, जिससे त्वचा साफ़ और जवान बनी रहती है। इसे रात में नारियल तेल के साथ मिलाकर त्वचा पर हलके हाथो से लगाने पर या मसाज करने से चेहरे की चमक बढ़ती है और कील मुहासे थता झुर्रियां दूर होती है।
3. इसका नियमित सेवन हृदय और फेफड़ो के लिए लाभकारी है।
जैतून के तेल में omega 3 उचित मात्रा में मौजूद होता है। यह omega 3 मुख्य रूप से वसा में पाया जाता है, जो कि हृदय और फेफड़ो के लाभकारी है। Omega 3 शरीर के अंगो के lubricant का काम करता है और यह स्वसन अंगो और हृदय को जवान बनाये रखने में मदद करता है।
4. इससे कमर और जोड़ो का दर्द में भी राहत मिलती है।
जैतून के तेल में उपलब्ध Omega 3 जोड़ो में lubricant का काम करता है, जिससे हमारे जोड़ो में दर्द उतपन्न नहीं होता। इसके साथ साथ इसमें मौजूद विटामिन डी हड्डियों को मजबूती प्रदान करता है। इसके लिए आप olive oil capsules का इस्तेमाल खाने के बाद कर सकते है।
5. यह बालो को मजबूती प्रदान करता है।
जैतून के तेल का नियमित सेवन बालों के लिए भी लाभकारी है। इसमें मौजूद विटामिन के बालो को नया बनाये रखता है और उन्हें मजबूती प्रदान करता है। इसके लिए आप नहाने के बाद सिर में जैतून का तेल लगा सकते है या उससे मसाज कर सकते है।
नारियल तेल को जैतून के तेल के साथ मिलाकर लगाने पर इसके फायदे बढ़ जाते है।
6. यह शरीर की चर्बी घटाने में सहयक है।
उचित मात्रा में इसका सेवन शरीर में वसा की मात्रा को नहीं बढ़ाता बल्कि जैतून के तेल का उचित मात्रा में सेवन करने से शरीर की अतिरिक्त चर्बी को कम करने में मदद करता है।
इसके लिए आपको 20 से 30 मिलीग्राम एक्स्ट्रा वर्जिन ऑलिव ऑयल का सेवन सलाद के साथ करना चाहिए और वर्जिन ऑलिव ऑयल का प्रयोग खाना पकाने के लिए करना चाहिए।
7. आखो की रौशनी बढ़ाने में सहायक है।
एक्स्ट्रा वर्जिन ऑलिव ऑयल का नियमित सेवन आखो की रौशनी बढ़ाने में मदद करता है। इसके लिए आपको सलाद के साथ एक्स्ट्रा वर्जिन ऑलिव ऑयल का प्रयोग करना चाहिए।
आप आखो के निचे ऑलिव ऑयल से मालिश भी कर सकते है, जिससे आखो के निचे धब्बे की समस्या उत्पन्न नहीं होती। इसलिए आप सोने से पहले हलके हाथो से आखो के निचे जैतून के तेल से मालिश करे।
8. उच्च रक्तचाप को कम करने में सहायक है।
इसके नियमित सेवन से शरीर में रक्त संचार तो बना ही रहता है और साथ ही यह उच्च रक्तचाप को कम करता है। इसके लिए आप एक ऑलिव ऑयल कैप्सूल का सेवन खाने के बाद और सुबह सुबह खाली पेट कर सकते है।
जैतून के तेल के नुक्सान | Disadvantages of olive oil -
- इसका सेवन हमेशा उचित मात्रा (20 से 40ml) में ही करना चाहिए। अधिक मात्रा में इसका सेवन करने दस्त और पेट की अन्य समयस्या से झूझना पड़ सकता है।
- जैतून के तेल से खाना पाक्ने के लिए सदैव धीमी आंच का प्रयोग करना चाहिए।
- खाने के लिए हमेशा एक्स्ट्रा वर्जिन ऑलिव ऑयल या वर्जिन ऑलिव ऑयल का ही प्रयोग करें।
- त्वचा पर लगाने से पहले त्वचा को धो ले, क्योंकि यह सुखी त्वचा के लिए हानिकारक होता है।
- मसाज या मालिश के लिए इसमें हमेशा सरसो का तेल या नारियल तेल मिलाकर ही प्रयोग करें।
- अधिक मात्रा में इसका सेवन करने से यह वजन को भी बढ़ाने लगता है।
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निष्कर्ष -
जैतून का तेल यानी olive oil बाकी सभी प्रयोग किये जाने वाले तेलों से ज्यादा लाभकारी है। इसमें अनेको प्रकार के एंटीऑक्सीडेंट्स और विटामिन पाए जाते है जो कि अनेको रोगों को शरीर से दूर रखते है।
इसके साथ ही इसका नियमित और उचित मात्रा में सेवन प्रत्येक उम्र के व्यक्ति के लाभकारी सिद्ध होता है। इसलिए जैतून का तेल आपके लिए बाकी सभी तेलों की अपेक्षा बेहतर साबित होता है।
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