Shatavari Ke Fayde | शतावरी के सेवन के 8 फायदे और नुकसान।

शतावरी पहाड़ी इलाको में पायी जाने वाली आयुर्वेद की एक महतवपूर्ण जड़ी बूटी है, जिसमे अनेको औषधीय गुण विद्यमान है। इसमें प्रचुर मात्रा में विटामिन्स, मिनरल्स और एंटीऑक्सीडेंट्स पाए जाते है, जो बीमारियों को शरीर से दूर रखने के साथ साथ शरीर की सेहत भी बनाये रखते है।

भारत में इसका औषधि के साथ साथ एक प्रकार की सब्जी के रूप में भी प्रयोग होता है। यह इतनी गुणकारी होती है कि bodybuilders और athletes इसे अपनी diet का अहम हिस्सा मानते है।

यह उन्हें उचित मात्रा में proteins, vitamins और minerals के साथ कई प्रकर के antioxidants प्रदान करती है, जिसकी एक athlete की body को सख्त जरूरत होती है। लेकिन इसके फायदे यहीं तक सीमित नहीं है।

इस article में हम जानेंगे कि शतावरी क्या है? इसके क्या क्या फायदे और नुकसान है? इसमें कौन कौन से औषधीय गुण विद्यमान है? इसका सेवन किन किन लोगो को करना चाहिए और किन लोगो को नहीं करना चाहिए?

 

shatavari ke fayde

 

शतावरी क्या है? | What is Shatavari?


यह एक प्रकार की लम्बी बेल पर लगने वाली झाडी की तरह होती है। इसकी जड़ 30 से 40 cm लम्बी और 2 से 4 cm मोती होती है। यह ऊपर से भूरे रंग की होती है और इनके अंदर का तना सफ़ेद होता है।

यह मुख्य रूप से वसंत ऋतू में उगाई जाती है। इसका scientific नाम Asparagus Racemosus है। यह कई प्रकार की होती है, जिनके नाम इस प्रकार है।

  • White Asparagus - सफेद शतावरी
  • Green Asparagus - हरा शतावरी
  • Purple Asparagus - बैंगनी शतावरी
  • Wild Asparagus - जंगली शतावरी
  • Korenaar Asparagus - कोरेनार शतावरी
  • Heirloom Asparagus - हेरलूम शतावरी
  • Hybrid Asparagus  - हाइब्रिड शतावरी


शतावरी के पौष्टिक तत्व | Nutritional Elements of Shatavari


इसमें भरपूर विटामिन, मिनरल, एंटीऑक्सीडेंट्स और साथ एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण भी पाए जाते हैं जो कब्ज, मधुमेह, अल्सर, यूरिनरी ट्रैक्ट इंफेक्शन जैसी समस्याओं के उपचार में मदद करते है। चलिए जानते है कि शतावरी में कौन कौन से पोषक तत्व कितनी मात्रा में शामिल है।

शतावरी के औषधीय गुण | Medicinal Properties of Shatavari


अश्वगंधा का सबसे ज्यादा उपयोग यौन शक्ति को बढ़ाने और महिलाओं में हार्मोन असंतुलन को ठीक करने तथा महिला प्रजनन स्वास्थ्य को बनाए रखने के लिए इस्तेमाल किया जाता है। इसमें मौजूद एंटी इंफ्लामेटरी एजेंट और एंटी बैक्टीरियल एजेंट पुरुषो और महिलाओ दोनों में यौन क्षमता को स्वस्थ बनाये रखता है।

इसमें विटामिन ए, विटामिन बी 6, विटामिन सी, विटामिन ई, प्रोटीन,विटामिन के, फोलेट, कैल्शियम, फाइबर और आयरन मौजूद होते हैं, जो पुररुषो और महिलाओ में शारीरिक कमजोरी को दूर करते है।

इसका नियमित सेवन पाचन शक्ति में वृद्धि और रोग प्रतिरोधक क्षमता में भी वृद्धि करता है, जिससे हम सर्दी, जुकाम और बुखार जैसी मौसम बदलने से आने वाली बीमारियों से दूर रहते है।

वैज्ञानिकों की शोध के अनुसार इसमें मौजूद एंटी ऑक्सीडेंट्स मानसिक तनाव को कम करने और अच्छी निद्रा लाने में सहायक है। इसके नियमित सेवन से मस्तिष्क की कार्यप्रणाली बेहतर बनी रहती है।

इसमें कई प्रकार की एंटी एजिंग प्रॉपर्टीज भी शामिल है जो हमारे शरीर को जवान और मजबूत बनाये रखती है।

 

shatavari ke fayde in hindi

 

शतावरी के फायदे | Shatavari Ke Fayde


शतावर के औषधीय गुण कुछ माइनो में अश्वगंधा के सामान होते है, लेकिन अश्वगंधा पुरुषो के लिए ज्यादा लाभकारी होता है। शतावर का सेवन महिलाये भी नियमित रूप से कर सकती है और इससे लाभ प्राप्त कर सकती है। शतावरी से मिलने वाले फायदे इस प्रकार है -

1. यह रोग प्रति रोधक क्षमता बढ़ाने में लाभदायक है।


शतावरी में vitamin a, vitamin c और vitamin e प्रचुर मात्रा में उपलब्ध है जो कि रोग प्रति रोधक क्षमता का विकास करते है। इसीलिए यह बहुत से athletes और body bodybuilders की diet का पसंदीदा आहार है। इसमें कई प्रकार antioxidants मौजूद है जो immune system को बेहतर बनाने के कार्य करते है।

2. यें यौन सम्बन्धी समस्याओ को दूर करने में सहायक है।


शतावरी का नियमित रूप से प्रयोग करने पर यह यौन समस्याओ को दूर करती है। यह पुरुषो और महिलाओ दोनों में यौन क्षमता का विकास करती है। इसके नियमित सेवन से प्रजनन अंग मजबूत बनते है और वीर्य की मात्रा अरु गुणवत्ता में भी वृद्धि होती है। यह हर प्रकर की यौन समस्या का दूर करने में सहायक है।

3. इसका सेवन पाचन शक्ति में वृद्धि करता है।


शतावरी का नियमित रूप से सेवन पाचन शक्ति में वृद्धि करने में सहायक है। शतावर फाइबर से भरपूर होती है जो कि पाचन तंत्र को कार्यप्रणाली को बेहतर बनाती है। शतावर का सब्जी के रूप में प्रयोग करने से यह बहुत सी पाचन समबन्धी समस्याओ को दूर करने में सहायक है।

4. यह हड्डियों के स्वास्थ्य के लिए जरूरी है।


शतावरी कैल्शियम से भरपूर होता है और कैल्शियम हड्डियों को मजबूत बनाने के लिए सबसे महतवपूर्ण पोषक तत्व है। इसलिए हड्डियों को मजबूती प्रदान करने के लिए शतावरी का सेवन बहुत जरूरी होता है। यह किशोरों के लिए बहुत ही फायदेमंद शाबित हो सकता है।

जिन लोगो के हाथ या पैर में fracture है या osteoporosis के जैसा हड्डियों से सम्बंदित कोई रोग है, उनके लिए शतावरी का सेवन वरदान साबित हो सकता है। इसका ज्यादातर लाभ उठाने के लिए आपको शतावर के गर्म चूर्ण का सेवन हलके गर्म दूध में मिलाकर करना चाहिए।

5. यह कैंसर के इलाज में फायदेमंद है।


शतावर में sulforaphane नामक पोषक तत्व पाया जाता है, जो कि cancer के मरीजों के लिए लाभदायक होता है। वैज्ञानिको की शोध के अनुसार यह पता चला है कि शतावर का नियमित रूप से सेवन करने से cancer के मरीजों को आराम मिलता है।

6. शतावरी का सेवन वजन कम करने में मदद करता है।


इसका सेवन करने हम अपने शरीर का वजन प्रभावशली तरीके से कम कर सकते है। यह हमारे शरीर की पाचन शक्ति में वृद्धि में करता है, जिस कारण हमारे द्वारा खाया गया भोजन हम आसानी से पचा पाते है और शरीर में अतिरिक्त calories जमा नहीं होती।

इसके सेवन के बाद हम लम्बे समय तक काम कर पाते है, जिससे हमारे शरीर की अत्यधिक ऊर्जा जाती है, जो कि वजन कम करने के लिए जरूरी है।

7. यह स्टैमिना बढ़ाने में मदद करता है।


शतावरी का नियमित रूप से सेवन करने से स्टैमिना बढ़ता है। आप कोई भी मेहनत का काम आसानी से और बहुत ही लम्बे समय तक कर सकते है। वैगनिको ने इस तथ्य को साबित भी कर दिया है। इसलिए बहुत से athlete कर body builder इसका सेवन नियमित रूप से करते है।

कई international खिलाड़ियों और wrestlers ने तो इसे अपनी diet का एक एहम हिस्सा बताया है। इसलिए जो व्यक्ति अपना stamina बढ़ाना चाहते है, उनके लिए यह बेहद लाभकारी है।

8. यह अनिंद्रा की समाया से मुक्ति दिलाता है।


जो लोग अनिंद्रा से पीड़ित है, ऐसे में शतावरी का चूर्ण उन लोगो के लिए फायदेमंद साबित हो सकता है। यह मानसिक तनाव दूर करने के साथ शारीरिक तनाव भी दूर करता है और cortisol level को भी कम करता है। जिस कारण हम बेहतर quality sleep ले पाते है।

9. यह महुमेह जैसे रोगो से लड़ने में सहायक है।


एक research के अनुसार यह पता चला है कि शतावरी का इस्तेमाल करने से यह शरीर में sugar level को maintain करने में सहायक है। यह रक्त में glucoses level को भी कम करता है, जिससे महुमेह के मरीजों को राहत मिलती ही।

10. मानसिक तनाव और अवसाद को दूर करता है।


शतावरी काफी प्रभावशाली तरीके से मानसिक तनाव और अवसाद को दड़ो करने में सहायक है। यह शरीर में cortisol के level को कम करता है जो कि एक प्रकार का stress hormone है।

यह hormone ही मानसिक तनाव और अवसाद के लिए जिम्मेदार होता है। इस कारण इसका प्रयोग कई प्रकर की stress release medicines बनाने में किया जाता है।

11. यह गर्भवती महिआलों के स्वास्थ्य के लिए जरूरी है।


गर्भावस्था के दौरान महिलाओ का शरीर कमजोर होने लगता है, क्योंकि उसके शरीर में दो जान होती है। ऐसी स्थिति में महिलाओ को बेचैनी और चक्कर आना जैसी आम बात होती है, जो पोषक तत्वों की कमी की वजह से होती है।

शतावरी का सेवन गर्भवती महिलाओ के साथ साथ शिशु के लिए भी फायदेमंद होता है। यह महिलाओ के शरीर में पोषकत तत्वों की कमी को पूरा करता है और उन्हें कमजोरी और बेचैनी से भी मुक्त करता है।

हालाँकि गर्भावस्था में इसे जितनी कम मात्रा में इसे लिया जाए, उतना बेहतर है। इसलिए गर्भवस्था के दौरान महिआए 2 से 4 मिलीग्राम शतावरी के चूर्ण का प्रयोग 1 से 2 हफ्ते के लिए कर सकती है।

12. यह माइग्रेन और सिर दर्द की समस्या को दूर करता है।


जो लोग माइग्रेन और सिर दर्द जैसी समस्याओ से पीड़ित है, उनके लिए शतावरी का सेवन लाभकारी होता है। इसमें riboflavin नामक पोषकत तत्व पाया जाता है, जो की migraine और सिर दर्द की समस्या से निजात दिलाता है और साथ ही आँखों की रौशनी बढ़ाने में भी सहायक है।  

 

shatavari ke fayde aur nuksan

 

शतावरी के नुकसान | Side effects of Asparagus in Hindi


  • शतावरी का अत्यधिक मात्रा में प्रयोग करने पाचन की समस्या उत्पन्न हो सकती है।
  • शतावरी का अत्यधिक प्रयोग करने से बेचैनी और जी मिचलाने जैसी समस्याएं हो सकती है।
  • अत्यधिक शतावर प्रयोग करने के कारण नींद न आने की समस्या भी उत्पन्न हो सकती है।
  • इसका सही तरह से सेवन न करने पर त्वचा सम्बन्धी रोग उत्पन्न हो सकते है।


शतावरी का सेवन कैसे करें | How Much to Consume Asparagus


शतावरी में पोषक तत्व प्रचुर मात्रा में उपलब्ध होते है। इन्हे सही और उचित मात्रा में न लेने से बहुत सी समस्याएं उत्पन्न हो सकती है। वही इसके विपरीत सही तरीके से और उचित मात्रा में प्रयोग करने पर इसके फ़ायदे बढ़ जाते है। इसलिए बेहतर यही होगा कि आप पहले किसी सामान्य doctor या आयुर्वेदिक doctor से सलाह ले कि आपको शतावर का सेवन करना चाहिए या नहीं?

यह जानने के बाद आप यह जाने कि आप शतावर का प्रयोग किस तरह करेंगे। बहुत से लोग इसका चूर्ण का नियमित सेवन रोजाना करते है। कुछ लोग शतावर चूर्ण का प्रयोग पानी के साथ तो करते है, तो कुछ लोग दूध के साथ। दूध के साथ शतावर चूर्ण का प्रयोग अधिक लाभदायक होता है। आप हलके गुनगुने पानी के साथ भी इसके चूर्ण का सेवन कर सकते है।

आप हरी शतावरी का प्रयोग सब्जी के रूप में भी कर सकते है। इसके लिए आप शतावर की सब्जी बनाने की विधि internet से जान सकते है और हफ्ते में 1 या 2 बार इसकी सब्जी बनाकर इससे लाभ प्राप्त कर सकते है। शतावर को उबालकर और fry करके भी खाया जा सकता है।

शतावरी का उपयोग किसे करना चाहिए? | Who Should Use Asparagus?


  • जो लोग शारीरिक रूप से कमजोर है, शतावर उनकी शारीरिक कमजोरी दूर करने के लिए वरदान साबित हो सकता है।
  • यौन समस्याओ से ग्रसित लोगो के लिए भी शतावर का सेवन लाभकारी होता है।
  • जिन लोगो की हड्डियां कमजोर है और घुटनो, कंधो तथा हाथो के जोड़ो में दर्द होता है, शतावर उनकी हड्डियों को मजबूत कर उन्हें दर्द से आराम दिलाता है।
  • शारीरिक और मानसिक तनाव से निपटने के लिए भी शतावर का सेवन लाभकारी है।
  • जिन लोगो की पाचन शक्ति कमजोर है और जो लोग अपनी रोग प्रति रोधक क्षमता में वृद्धि करना चाहते है, शतावर उनकी पाचन शक्ति में वृद्धि के साथ साथ रोग प्रतिरोधक क्षमता में भी विद्धि करता है।
  • कैंसर से पीड़ित व्यक्तियो के लिए भी शतावरी का सेवन लाभकारी होता है।
  • जो लोग अपने बढ़ते वजन से परेशान है, उन्हें भी शतावर का सेवन करना चाहिए। यह वजन कम करने के साथ साथ उसे नियंत्रित रखने में भी मदद करता है।
  • अगर आप किसी प्रकार का व्यायाम करते है या कोई athlete है, शतावर का सेवन उन्हें stamina बढ़ाने में मदद करता है।

शतावरी का उपयोग किसे नहीं करना चाहिए? | Who Should Not Use Asparagus?


  • गर्भवती महिलाओ को बहुत ही कम मात्रा में शतावर का सेवन करना चाहिए।
  • निम्न रक्तचाप की स्थिति में भी शतावर का सेवन हानिकारक हो सकता है।
  • पेट या पाचन की समाया होने पर भी शतावर का सेवन नहीं करना चाहिए।
  • सिर दर्द, बेचैनी और जी मिचलाने की स्थिति में भी शतावर का सेवन नहीं करना चाहिए।

शतावरी चूर्ण कहाँ से ख़रीदे? | Where to buy Asparagus powder?


बाजार में अनेको शतावर चूर्ण के brands available है और शतावरी आपको powder के साथ tablets और capsule forms में भी आसानी से मिल जाती है। आप अपने budget के हिसाब से जैसी शतावरी खरीदना चाहे, खरीद सकते है। हम मुख्य रूप से पतंजलि शतावर चूर्ण और हिमालय शतावर चूर्ण को recommend करते है।

अगर आप शतावरी सब्जी बनाने के लिए प्रयोग में लेना चाहते है, तो आप अपने शहर की मंडी से हरी शतावरी खरीद कर सब्जी बनाने के लिए प्रयोग कर सकते है।

 

 

Frequently Asked Questions -


शतावर कितने दिनों तक खाना चाहिए?


शतावर एक ऐसी आयुर्वेदिक जड़ी बूटी है, जिसे कम मात्रा में इस्तेमाल करने पर यह बहुत से फायदे प्रदान करती है। इसे लम्बे समय तक लेना जरूरी नहीं है। इसलिए  ज्यादा से ज्यादा 4 से 6 हफ्तों तक ही इसका सेवन करना चाहिए।

शतावर के क्या क्या साइड इफेक्ट्स है।


इसका अत्यधिक मात्रा में सेवन करने से दस्त, जी मिचलान और उलटी की समस्या उत्पन्न हो सकती है। इसलिए इसे उचित मात्रा 2 से 4 ग्राम और 4 से 6 हफ्तों से ज्यादा इसका सेवन न करे।

क्या शतावर को दूध के साथ लिया जा सकता है।


जी हाँ। शतावर को दूध में मिलाकर लेने पर यह सबसे ज्यादा लाभकारी साबित होता है। इसके पोषक तत्व दूध के पोषक तत्वों के साथ मिलकर शरीर को अत्यधिक लाभ प्रदान करते है।

शतावर चूर्ण कहाँ से ख़रीदे?


बाजार में अनेको प्रकार के शतावरी प्रोडक्टस मौजूद है। इनमे सबसे trusted और quality शतावरी चूर्ण पतंजलि शतावर चूर्ण और हिमालय शतावर पाउडर को आप खरीद सकते है और नियमित रूप से सेवन कर सकते है।


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निष्कर्ष


शतावरी एक गुणकारी आयुर्वेदिक औषधि होने के साथ साथ आमतौर पर प्रयोग की जाने वाली सब्जी भी है। यह प्रत्येक उम्र के व्यक्ति के लिए लाभकारी है।

इसमें अनेको औषधीय गुण विद्यमान होने के कारण यह आयुर्वेद के सबसे महतवपूर्ण जड़ी बूटियों में से एक है। प्रत्येक व्यक्ति को इसका सेवन नियमित रूप से करना चाहिए और इससे मिलने वाले लाभ को भी प्राप्त करना चाहिए।

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